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Nautanki Kitab pooja ke phool भाग-2

नौटं की    संगीत पूजा के फूल  उर्फ       विश्वासघात     भाग-2 भाग 2 की आगे  की कहानी  ( सीन बनाइये रानी रेखा को मार कर घर से निकाल रही थी, उसी समय फूल सिंह स्कूल से आ जाता है।) फूल सिंह   बoत० रोक लो हाथ माँ अब चलाना नहीं, क्या खता है बहन की बताओ हमें। इस तरह से तू अन्धी को क्यों मारती, खौफ भगवान का भी न आया तुम्हें ।।  रेखा   ब०त०-हाय भइया खता कुछ न मैंने किया, माता पानी को भेजा था लेकर घड़ा। रास्ते में मुझे भइया ठोकर लगी, चोट मुझको लगी और फूटा घड़ा।। फूल सिंह   बoत०-क्यों चन्डालिन तुझको न आई शरम, मेरी अन्धी बहन को सताते हुये । अब दुबारा अगरचे इसे कुछ कहा, आखिरी बार कहता हूँ जाते हुये ।। रानी बoत० फूल सिंह तूने चन्डालिन मुझको कहा, देख कैसा मजा अब चखाती हूँ मैं तेरी करनी का फल तुझको दिलवाऊँगी, जाकर तेरे पिता से बताती हूँ मैं ।। फूल सिंह  ब०त० - चाहे जिसके भवन जाके फरियाद कर, तेरी फरियाद कोई सुनेगा नहीं। देके धमकी मुझे क्यों डराने चली, झूठी चुगली से कुछ भी बनेगा नहीं। रानी ब०त०-फूल सिंह तू अपमान मेरा क...

नौटंकी किताब पुजा के फूल उर्फ विश्वासघात

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नमस्कार दोस्तों  अमरजीत नौटंकी कथा कहानी में आपका स्वागत है  दोस्तों में आपके लिए नौटंकी प्रोग्राम  के सभी नौटंकी संगीतों की  कहानी   बहुत जल्द एक-एक करके आपके सामने  लाने  की कोशिश करूंग । आज हम आपको नौटंकी किताब की एक ऐसी नौटंकी कहानी के बारे में बताएंगे जो एक अत्याचारी मां और एक अंधी राजकुमारी की है इस कहानी में एक राजा होता है उनकी एक पुत्री रेखा जो जन्म से अंधी होती है और एक पुत्र जिसका नाम फूल सिंह है राजा अपनी पहली रानी के स्वर्गवास होने पर दूसरी शादी कर लेता है।  आइए दोस्तों हम इस नौटंकी कहानी को संगीत के माध्यम से विस्तार  से जाने।। Nautanki saaz     https://youtu.be/MpXVd-VfEWo   नौटं की     संगीत पूजा के फूल उर्फ                        विश्वासघात रामू जख्मी  कवि     दोहा -- एक  मुल्क गुजरात है, एक मुल्क आसाम।             दोनों के है मध्य का, मुल्क बड़ा सरनाम।...